1. PAK ने भारतीय जवान को छोड़ा, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद LoC क्रॉस की थी
नई दिल्ली.सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ ही घंटे बाद जम्मू-कश्मीर में गलती से एलओसी क्रॉस करने वाले भारतीय जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण को पाकिस्तान ने शनिवार को रिहा कर दिया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, दोपहर 2.30 बजे चंदू को वाघा बॉर्डर पर इंडियन एजेंसी को सौंपा गया। इसके बाद डॉक्टर्स की टीम ने जवान का मेडिकल चेकअप किया। चंदू के भाई भूषण ने कहा, ''मैं भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं। रक्षा राज्यमंत्री और सभी अफसरों का आभारी हूं, जिनकी कोशिशों से मेरा भाई वापस घर लौट पाया।'' डीजीएमओ लेवल पर चल रही थी बातचीत...
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 37 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान की घर वापसी के लिए भारत ने डीजीएमओ लेवल पर पड़ोसी देश से 20 ज्यादा बार बातचीत की थी।
- 29 सितंबर को PoK में सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ ही घंटे बाद चंदू गलती से पाक सीमा में चले गए थे। पाक रेंंजर्स ने उसे मानकोट के पश्चिम में झंडरूट में कब्जे में लिया था।
- कहा जाता है कि इसके बाद चंदू को नियाकल के पाकिस्तानी आर्मी हेडक्वार्टर में रखा गया। तब इंडियन आर्मी ने कहा था कि चंदू सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा नहीं था। वह गलती से सीमा पार कर गया था।
डीजीएमओ लेवल पर चल रही थी टॉक
- 12 जनवरी को रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भाम्बरे ने कहा था कि चंदू की घर वापसी के लिए पाक के साथ डीजीएमओ लेवल पर 20 से ज्यादा बार बातचीत हुई।
- पाकिस्तान जांच पूरी होने के बाद हमारे जवान को छोड़ने के लिए राजी भी हो गया है।
महाराष्ट्र का रहने वाला है चंदू
- चंदू महाराष्ट्र के धुले जिले का रहने वाला है। बचपन में माता-पिता की मौत हो गई थी। तब से तीनों भाई-बहन बोरविहिर में अपनी नानी के घर रह रहे थे।
- चंदू के पाकिस्तान में पकड़े जाने की खबर सुनकर एक हफ्ते के भीतर ही उनकी नानी का हार्ट अटैक से निधन हो गया था।
- भाई का नाम भूषण और बहन का नाम रुपाली है। दोनों भाई सेना में काम कर रहे हैं। भूषण चव्हाण 9th मराठा लाइट इन्फैंट्री गुजरात में पोस्टेड है।
कब हुआ था सर्जिकल स्ट्राइक?
- 18 सितंबर को उड़ी में सीमा पार से आए 4 आतंकियों ने आर्मी हेडक्वार्टर पर हमला किया था। जिसमें 19 जवान शहीद हुए थे।
- हमले के 10 दिन बाद (28 सितंबर की रात) आर्मी के स्पेशल फोर्स के 125 कमांडो हेलिकॉप्टर से एलओसी के पास उतारे गए।
- कमांडो रेंगते हुए PoK में घुसे और 4 इलाकों में आतंकियों के 7 कैंप तबाह कर दिए थे। इस दौरान 38 आतंकी मारे गए।
2. तमिलनाडु में कल होगा जल्लीकट्टू, CM करेंगे इनॉगरेशन; रजनीकांत की बेटी भी सपोर्ट में
नई दिल्ली/चेन्नई.जल्लीकट्टू (सांड को काबू करना) खेल रविवार को तमिलनाडु के अलंगानाल्लुर में होगा। सीएम पन्नीरसेल्वम सुबह 10 बजे शुरू इसका इनॉगरेशन करेंगे। एआईएडीएमके के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शनिवार को ट्वीट किया गया कि गवर्नर विद्या सागर राव ने इमरजेंसी ऑर्डिनेंस को मंजूरी दे दी है, लेकिन बाद में ट्वीट डिलीट कर दिया गया। ऑर्डिनेंस पर केंद्र की मंजूरी के बाद अब राष्ट्रपति की मंजूरी का इंतजार है। खेल पर बैन के विरोध में चेन्नई के मरीना बीच पर 2 लाख से ज्यादा लोग अभी भी जमा है। इस बीच, रजनीकांत की बेटी ऐश्वर्या ने भी खेल का सपोर्ट किया है। AIADMK सांसद राष्ट्रपति से मिले...
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, AIADMK सांसदों के एक डेलिगेशन ने शनिवार को राष्ट्रपति से मुलाकात कर ऑर्डिनेंस पर जल्द मुहर लगाने की अपील की ताकि खेल पर लगा बैन हट सके।
- एआईएडीएमके सांसदों ने लोकसभा के डिप्टी स्पीकर एम थम्बीदुरई की अगुआई में प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। एआईएडीएमके ने केंद्र सरकार को वॉर्निंग भी दी है।
- कहा, "अगर राज्य के हितों और लोगों की आकांक्षाओं को नजरअंदाज किया गया तो उसके खतरनाक नतीजे हो सकते हैं।"
- बता दें कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। कोर्ट केंद्र सरकार की अपील पर एक हफ्ते तक कोई अंतरिम आदेश जारी नहीं करने पर सहमत हो गया है। तमिलनाडु में जल्लीकट्टू पर 2014 से बैन है।
PETA पर कस सकता है शिकंजा
- साउथ के मशहूर एक्टर सूर्या ने जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था पेटा से बिना शर्त माफी मांगने को कहा है। सूर्या ने पेटा इंडिया के सीईओ को लीगल नोटिस भेजा है।
- दरअसल, संस्था ने दावा किया था कि एक्टर ने अपनी फिल्म Si3 को प्रमोट करने के लिए जल्लीकट्टू का सपोर्ट किया है।
- इस पर सूर्या ने कहा, "पेटा मानसिक दबाव में है, वह माफी मांगे या कानूनी कार्रवाई का सामना करे।"
- उधर, आंदोलनकारियों की भी मांग है कि खेल से बैन हटाकर पेटा पर लगाया जाए।
- लिहाजा चर्चा है कि तमिलनाडु सरकार अब पेटा पर बैन लगाने के लिए कानूनी रास्ते तलाश रही है।
मोदी ने भी किया ट्वीट
- नरेंद्र मोदी ने भी शनिवार को खेल के सपोर्ट में ट्वीट किया।
- लिखा, "हमें तमिलनाडु की समृद्ध संस्कृति पर बहुत गर्व है, लोगों की सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश की जा रही है।"
रजनीकांत की बेटी एश्वर्या भी सपोर्ट में
- जल्लीकट्टू पर बैन को लेकर बहस जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल तक पहुंच गई।
- फेस्टिवल में शनिवार को रजनीकांत की बेटी ऐश्वर्या रजनीकांत धनुष ने इसका सपोर्ट किया। कहा, "मुझे गर्व है कि मैं तमिल हूं और ये हमारी परंपरा है। इसे बैन नहीं होना चाहिए। मैं इसके सपोर्ट में लोगों के साथ हूं।"
- जल्लीकट्टू के सपोर्ट में साउथ फिल्म इंडस्ट्री के टॉप एक्टर्स के अलावा श्रीश्री रविशंकर और सदगुरु जग्गी वासुदेव भी हैं।
कमल हासन ने भी किए कई ट्वीट
- कमल हासन ने कई ट्वीट कर आंदोलन का सपोर्ट किया है। उन्होंने कहा, "अहिंसा बनाए रखें, इससे हमें जीत हासिल करने में मदद मिलेगी। दुनिया हमें देख रही है।"
- "तमिलों ने कई बार भारत को गर्व का अहसास कराया है। अपने मकसद के लिए मजबूती से लड़ें। महिला-पुरुष इस मौके पर साथ आएं।"
- "सविनय अवज्ञा आंदोलन का ड्राफ्ट 1930 में मद्रास में तैयार किया गया था, अब 2017 में तमिलनाडु में यह कामयाबी के साथ लागू होगा।"
- "यह जनता का आंदोलन है, मुझे लगता है सेलिब्रिटीज को इसे सिर्फ सपोर्ट करना चाहिए और लोगों से मौका छीनना नहीं चाहिए।"
- "मैं न्यूज देख रहा हूं, तमिलनाडु में चारो तरफ लोगों का प्रदर्शन चल रहा है, धन्यवाद, आप स्टूडेंट्स नहीं हो, अब आप टीचर्स हो। मैं आपका फैन हो।"
3. बिहार में ह्यूमन चेन का हिस्सा बनने आए 83 लोग बेहोश, ज्यादातर स्कूली बच्चे
पटना. शराबबंदी के सपोर्ट में शनिवार दोपहर ह्यूमन चेन का हिस्सा बनने आए 83 लोग बेहोश हो गए। इनमें ज्यादातर स्कूली बच्चे थे। हालांकि, कोर्ट में सरकार ने कहा था कि किसी को इस प्रोग्राम में जबरदस्ती शामिल नहीं किया जाएगा। इस प्रोग्राम में कई स्कूलों और आंगनबाड़ी से आए बच्चे भी शामिल हुए। सरकार ने कोर्ट को दिलाया था भरोसा...
- सरकार ने हाईकोर्ट को मानव श्रृंखला के बारे में शुक्रवार को गारंटी दी कि प्रोग्राम में स्कूली बच्चे क्या, किसी को भी जबरिया शामिल नहीं कराया जाएगा।
- कोर्ट ने कहा, "हमें इस गारंटी पर भरोसा है, लेकिन हम इसे भी देखेंगे। इसके लिए 28 को फिर सुनवाई होगी।"
- मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और डीजीपी पी.के.ठाकुर को भी कोर्ट ने बुलाया था।
- कोर्ट ने अफसरों से कहा था, "पुलिस-प्रशासन, दमकल, एंबुलेंस, मरीज ले जा रही प्राइवेट गाड़ी वकील-मुवक्किल की गाड़ियां ना रोकी जाएं।"
2 करोड़ लोग मानव श्रृंखला में खड़े हुए
- सीएम नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने भी गांधी मैदान पहुंचकर श्रृंखला बनाई।
- सरकार का दावा है कि कुल 11 हजार 292 किमी की इस श्रृंखला में 2 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल हुए। ये वर्ल्ड रिकॉर्ड हो सकता है।
- इस मानव श्रृंखला की 5 सैटेलाइट, 38 ड्रोन व 6 हेलिकॉप्टर से फोटो ली गई।
- मानव श्रृंखला के रिकॉर्ड को देखने के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम पहुंची।
पूरे देश में जाएगा मैसेज- लालू
- मानव श्रृंखला में शामिल होने राजद प्रमुख लालू यादव पटना के गांधी मैदान पहुंचे।
- उन्होंने कहा, "शराब पीने से सेहत खराब होती है। शराब के खिलाफ हम लोग आज एकजुट होकर खड़े होने आए हैं। इससे पूरे देश में मैसेज जाएगा।"
- बीजेपी ने मानव श्रृंखला का समर्थन किया।
- वहीं, बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह नीतीश कुमार का मकड़जाल है। सड़कों पर इमरजेंसी लागू कर दी गई है। मैं इस जाल में नहीं फंसने वाला हूं।
एक-दूसरे से जुड़ी राज्य की चारों दिशाएं
- मानव श्रृंखला का मुख्य हिस्सा पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक 3007 किमी लंबा था। इसमें करीब 56 लाख लोग शामिल हुए।
- उत्तर बिहार में मानव श्रृंखला का प्रस्तावित रूट 1821 किमी, जबकि दक्षिण बिहार में 1186 किलोमीटर का था।
- उत्तर बिहार की श्रृंखला दक्षिण बिहार से महात्मा गांधी सेतु, राजेन्द्र सेतु और विक्रमशिला सेतु पर मिली।
- इसके अलावा जिलों के अंदर की सड़कों पर 8,285 किमी लंबी श्रृंखला बनी, जिसमें 1.5 करोड़ लोगों शामिल हुए।
गांधी मैदान से शुरू हुईं चार श्रृंखलाएं
- गांधी मैदान के 8.5 एकड़ एरिया में बिहार के नक्शे पर मानव श्रृंखला बनाई गई। नक्शे के किनारे पर करीब 5,463 लोग हाथ में हाथ थामे खड़े हुए।
- नक्शे के अंदर बिहार का नाम और शराब की बोतल को क्रॉस करती तस्वीर दिखाई गई थी।
4. जातीय गैर-बराबरी रहने तक जारी रहे आरक्षण: विवाद के बाद संघ ने दी सफाई
-होसबोले ने कहा, "संघ ने हमेशा यह प्रयास किए हैं कि संविधान प्रदत्त आरक्षण जारी रहना चाहिए। संविधान में अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के प्रावधान हैं।"
- "इन सभी वर्गों को आरक्षण का पूरा-पूरा लाभ मिले, इसके लिए संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने 1991 में प्रस्ताव पास किया था।"
- "प्रस्ताव में स्पष्ट कहा था कि एसटी, एससी और बीसी को आरक्षण के प्रावधान का पूरा लाभ मिले इसके प्रयास होते रहने चाहिए।"
- होसबोले ने कहा, "संघ के पदाधिकारी के नाते मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अनावश्यक विवाद पैदा करने का प्रयास किया गया है। जब तक देश में जाति और जन्म आधारित असमानता रहेगी तब तक आरक्षण की सुविधा रहनी चाहिए।"
- संघ सहसरकार्यवाह ने कहा, "यह वाक्य मैंने साहित्य उत्सव में भी कहा था और यही आरएसएस का पक्का स्टैंड है।"
- "इस विषय में विवाद उत्पन्न करने का प्रयास हुआ है। इसलिए एक बार फिर से यह बताना पड़ रहा है। डॉक्टर मनमोहन वैद्य ने भी इसी विषय को कहा था।"
- होसबोले ने अपील की कि संघ को लेकर विवाद उत्पन्न करने का प्रयास नहीं करें। इससे सामाजिक तनाव पैदा करने की स्थिति बनती है।
क्या बोले थे मनमोहन वैद्य?
- संघ विचारक मनमोहन वैद्य ने शुक्रवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कहा था, "आरक्षण के नाम पर सैकड़ों साल तक लोगों को अलग करके रखा गया, जिसे खत्म करने की जिम्मेदारी हमारी है। इन्हें साथ लाने के लिए आरक्षण को खत्म करना होगा। आरक्षण से अलगाववाद को बढ़ावा मिलता है।"
(पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)- "आरक्षण का विषय भारत में एससी-एसटी के लिए अलग से आया है। उस समाज का पूर्व में शोषण हुआ है। उनको साथ लाने के लिए संविधान में आरंभ से आरक्षण का प्रावधान किया गया है। अंबेडकर ने कहा था कि किसी भी राष्ट्र में आरक्षण की व्यवस्था हमेशा रहे, यह भी ठीक नहीं है। बाकी सबको अवसर अधिक दिए जाएं, शिक्षा मिले।"
विवाद बढ़ा तो बाद में दी सफाई
- वैद्य ने बाद में अपने बयान पर सफाई दी। कहा- "मैंने कहा था कि जब तक समाज में भेद-भाव है, तब तक आरक्षण रहेगा। संघ आरक्षण के पक्ष में है।"
बिहार चुनाव से पहले भागवत के बयान पर हुआ था बवाल
- बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोहन भागवत ने एक बयान में कहा था कि मौजूदा आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा की जरूरत है।
- इसके बाद ने विपक्ष ने इसे चुनाव का मुद्दा बना दिया था। चुनाव में बीजेपी की बुरी तरह हार हुई।
- बीजेपी की हार के बाद विपक्ष ही नहीं, बीजेपी के कई नेताओं ने भागवत को हार का जिम्मेदार बताया था।
बिहार में वोटिंग से 20 दिन पहले दिया था बयान
- बिहार में वोटिंग से 20 दिन पहले भागवत ने आरक्षण विरोधी बयान दिया था।
- अब यूपी में 21 दिन और पंजाब में 15 दिन बाद होनी है पहले चरण की वोटिंग।
5. आरक्षण खत्म करना चाहते हैं मोदी, 22 करोड़ जनता सबक सिखाएगी: मायावती
मायावती ने शनिवार को यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "सपा के 5 साल के और मोदी के ढाई साल के कार्यकाल के दौरान दोनों ही सरकारों ने गरीबों, दलितों, पिछड़ों और किसान विरोधी नीतियों को अपनाने का काम किया है। केंद्र सरकार आरक्षण खत्म करने पर आमादा है। इससे प्रदेश की 22 करोड़ जनता में गुस्सा है। यही वजह है कि बीजेपी यूपी में अपना सीएम कैंडिडेट का एलान नहीं कर पा रही। जनता उन्हें सबक सिखाएगी।"
यूपी में 500 दंगे हो चुके हैं...
- मायावती ने कहा, "प्रदेश की सपा सरकार में शुरू से ही अराजक, अपराधी और भ्रष्ट हुकूमत वाली रही है। अब तक प्रदेश में 500 छोटे-बड़े दंगे हुए हैं।"
- "केंद्र की मोदी सरकार आरक्षण खत्म करना चाहती है। अगर ऐसा हुआ तो प्रदेश की जनता आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में सबक सिखाएगी।"
- "कांग्रेस ने पहले शीला दीक्षित को सीएम कैंडिडेट के रूप में पेश किया, लेकिन सपा से गठबंधन करने के लिए अखिलेश यादव जो एक दागी चेहरा है, उस पर हामी भर दी।"
- "ये तो जाहिर है कि बिहार में नीतीश कुमार ने कांग्रेस की नैया को पार लगा दिया था, लेकिन अब ये सवाल उठने लगा है कि प्रदेश की जनता इन सरकारों को क्या जवाब देगी।"
- "अखिलेश बीजेपी नेताओं को बचाने का दोषी है। इसीलिए वो आरोपी फिर चुनाव में उतर रहे हैं। यूपी की जनता को इनकी आंख खोलनी चाहिए।"
- "बसपा को रोकने के लिए विरोधी पार्टियां मिली-भगत कर चुनाव लड़ना चाहती हैं।"
- बता दें कि मुलायम के करीबी माने जाने वाले अंबिका चौधरी ने बीएसपी ज्वाइन कर ली।
जनता सिखाएगी सबक
- मायावती ने कहा, "5 साल से त्रस्त प्रदेश की जनता को सपा को वोट नहीं देना चाहिए। सपा के पूर्व प्रमुख मुलायम सिंह के चलते शिवपाल यादव बलि का बकरा बन गए।"
- "शिवपाल को जनता की नजरों में पूरी तरह से गिराने की कोशिश की गई है। जनता अखिलेश खेमे को सबक सिखाएगी। इनका बेस वोट भी दो खेमों में बंटकर रह जाएगा।"
- "सपा को जो वोट देता है, उसका वोट खराब होगा और इसका फायदा बीजेपी को पहुंचेगा। बीजेपी को रोकने के लिए अल्पसंख्यकों को बसपा को वोट देना चाहिए। बसपा का वोट इधर-उधर जाने वाला नहीं है।"
कौन हैं अंबिका चौधरी?- अंबिका चौधरी मुलायम और शिवपाल के बेहद करीबी माने जाते हैं, लेकिन अखिलेश यादव की 208 कैंडिडेट्स की लिस्ट में उनका टिकट काट दिया था।
- एक्सपर्ट्स का कहना है कि अखिलेश के बढ़ते असर की वजह से शिवपाल खेमे के लोग अब दूसरी जगह तलाश रहे हैं।
- अंबिका 1993 से 2012 तक फेफना विधानसभा से विधायक और सपा सरकार में राजस्व मंत्री रहे।
- 10 साल तक सपा स्पोक्सपर्सन रहे चौधरी तीसरी बार 2012 में चुनाव हारे। इसके बाद पार्टी ने उन्हें एमएलसी बना दिया।
(पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)- दोबारा राजस्व मंत्री पिछड़ा वर्ग व विकलांग मंत्री बनाए गए। बाद में उनसे लखनऊ के एक कॉलेज के जमीनी विवाद में राजस्व मंत्री के पद से हटाया गया था।
6. टूटने की कगार पर सपा-कांग्रेस गठबंधन, सीटों के बंटवारे को लेकर बिगड़ी बात
यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सपा-कांग्रेस का गठबंधन टूटने की कगार पर पहुंच गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में एक राय नहीं बन पा रही है। सपा, कांग्रेस पर अपने खाते से राष्ट्रीय लोक दल को सीट देने का दबाव बना रही थी, लेकिन कांग्रेस इस बात को मानने को तैयार नहीं। बता दें, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पहले से ही कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं थे, लेकिन अखिलेश यादव साथ चलने की बात कह रहे थे।
7. इंग्लैंड से आखिरी वनडे कल, जडेजा समेत टीम इंडिया के 4 प्लेयर बना सकते हैं रिकॉर्ड्स
भारत-इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच रविवार को कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में होगा। शुरुआती दो मैच जीतकर टीम इंडिया ये सीरीज पहले ही जीत चुकी है। वहीं, अब इस आखिरी मैच को जीतकर मेजबान व्हाइट वॉश करने के इरादे से उतरेगी। जबकि मेहमान टीम इस डे-नाइट मैच को जीतकर सीरीज में पहली जीत हासिल करना चाहेगी। ईडन में बेहतरीन है भारत का रिकॉर्ड...
- भारत ने इस ग्राउंड पर अब तक 19 मैच खेले हैं, जिनमें से 11 में जीत मिली है, वहीं 7 हारे हैं।
- इंग्लैंड की टीम ने इस ग्राउंड पर 3 मैच खेले हैं, तीनों में ही उसे हार मिली है।
- इस ग्राउंड पर भारत और इंग्लैंड के बीच अब तक 2 बार मैच हुए हैं। दोनों में टीम इंडिया जीती है।
- दोनों टीमों के बीच यहां आखिरी मुकाबला अक्टूबर 2011 में हुआ था। इसे भारत ने 95 रन से जीता था।
भारत के नाम है हाइएस्ट टोटल
- ईडन में किसी भी टीम का बनाया हाइएस्ट टोटल 404/5 रन है। यह भारत ने नवंबर 2014 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था।
- वहीं, किसी विदेशी टीम का सबसे बड़ा स्कोर 315/6 रन है, जो श्रीलंका ने भारत के खिलाफ दिसंबर 2009 में बनाया था।
- इंग्लैंड के खिलाफ इस ग्राउंड पर भारत का हाइएस्ट टोटल 281/8 रन है, जो उसने जनवरी 2002 में बनाए थे।
- इस ग्राउंड पर इंग्लैंड की टीम का सबसे बड़ा स्कोर 259/10 रन है, जो उसने भारत के खिलाफ बनाया था।
सीरीज में 0-2 से पीछे है इंग्लैंड
- सीरीज में इंग्लैंड की टीम को अब तक एक भी जीत हासिल नहीं हुई है।
- पहले मैच में पुणे में उसने 350 रन बनाए, लेकिन इसके बाद भी वो 3 विकेट से हार गया।
- वहीं, दूसरे वनडे के दौरान कटक में 366 रन बनाकर भी वो 15 रन से भारत के हाथों मैच हार गया।
सीरीज में भारत के ओपनर्स रहे हैं फ्लॉप
- सीरीज के शुरुआती दोनों मैचों में भारत के ओपनर अब तक फ्लॉप ही रहे हैं।
- लोकेश राहुल ने जहां दो मैचों में केवल 13 रन बनाए हैं। तो वहीं धवन केवल 12 रन ही बना सके हैं।
- शिखर धवन तीसरे मैच से बाहर भी हो सकते हैं। बाएं हाथ के अंगूठे में लगी चोट के बाद वे हॉस्पिटल में गए थे।
मैच से पहले इंग्लैंड को लगा झटका
- तीसरे मैच से पहले इंग्लैंड की टीम को एक झटका लगा है, टीम के ओपनर एलेक्स हेल्स चोट की वजह से बाहर हो गए हैं।
- कटक वनडे के दौरान धोनी का कैच लेने के दौरान हेल्स के दाहिने हाथ में चोट लग गई थी।
- हालांकि हेल्स सीरीज में अबतक कुछ खास नहीं कर पाए थे। शुरुआती दो मैचों में उन्होंने कुल 23 रन बनाए हैं।
- हेल्स की जगह पर तीसरे मैच के लिए जॉनी बेयरस्टॉ को टीम में शामिल किया जा सकता है।
रवींद्र जडेजा बना सकते हैं ये रिकॉर्ड
- मैच के दौरान रवींद्र जडेजा एक विकेट लेते ही वनडे करियर में अपने 150 विकेट पूरे कर लेंगे।
- फिलहाल टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा 150 विकेट से केवल 1 विकेट दूर हैं।
- ऐसा करते ही वे 150 विकेट लेने वाले भारत के पहले लेफ्ट आर्म स्पिन बॉलर बन जाएंगे।
8. नोकिया पी1 फ्लैगशिप एंड्रॉयड स्मार्टफोन की कीमत हुई लीक
नोकिया 6 की मिली ग्राहकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया के बीच एचएमडी ग्लोबल द्वारा मोबाइल वर्ल्ड कॉन्ग्रेस 2017 में नोकिया पी1 स्मार्टफोन लॉन्च करने की जानकारी सामने आई है। इस स्मार्टफोन की कीमत भी लीक हुई है। इसके अलावा पता चला है कि स्मार्टफोन शार्प एक्वॉस एक्सएक्स3 पर आधारित होगा जिसे पहले साल जापान में लॉन्च किया गया था। नोकिया पी1 (128 जीबी) की कीमत 800 डॉलर (करीब 54,500 रुपये) से शुरू होगी। 256 जीबी वाले वेरिएंट की कीमत 950 डॉलर (करीब 64,700 रुपये) के आसपास होगी।
यह दावा रूसी पब्लिकेशन ने किया है। नोकिया पी1 फ़ीचर और स्पेसिफिकेशन नोकिया स्मार्टफोन एंड्रॉयड नूगा पर चलेगा और इसमें 5.3 इंच का डिस्प्ले होगा। इस पर गोरिल्ला ग्लास 5 की प्रोटेक्शन मौज़ूद रहेगी। स्क्रीन का रिज़ॉल्यूशन फुल-एचडी या क्वाडएचडी रहने की उम्मीद है। नोकिया पी1 में स्नैपड्रैगन 835 प्रोसेसर के साथ 6 जीबी रैम रहने की उम्मीद है। कैमरे की बात करें तो नोकिया पी1 स्मार्टफोन में ज़ाइस द्वारा सर्टिफाई किया गया 22.6 मेगापिक्सल का रियर कैमरा होगा। यह दावा भी रिपोर्ट में किया गया है।
यह वाटर और डस्ट रेसिस्टेंट होगा। नोकिया पी1 में आईपी57 सर्टिफिकेशन रहने की उम्मीद है। फोन में 3500 एमएएच की बैटरी रहने की उम्मीद है जो क्विक चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हैंडसेट में दायें हिस्से पर फिंगरप्रिंट स्कैनर भी होगा। बता दें कि नोकिया ब्रांड के स्मार्टफोन एचएमडी ग्लोबल द्वारा बनाए जा रहे हैं। कंपनी मोबाइल वर्ल्ड कॉन्ग्रेस 2017 में 26 फरवरी को इवेंट आयोजित करने वाली है। संभव है कि इवेंट में और नोकिया स्मार्टफोन लॉन्च किए जाएं। नोकिया 6 के साथ तीन साल बाद नोकिया ब्रांड की स्मार्टफोन बिजनेस में वापसी हुई है। यह फोन सिर्फ चीन में उपलब्ध है। बीच में जानकारी आई थी कि 2017 में कुल सात नोकिया एंड्रॉयड फोन लॉन्च किए जाएंगे।
9. सुषमा स्वराज मुसलमानों को वीजा देने में प्रायोरिटी देने के आरोप पर भड़कीं, कहा- सभी मेरे अपने हैं
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार (20 जनवरी) को सोशल नेटवर्किंग साइट टि्वटर के जरिए मुस्लिम वीजा को लेकर लगाए गए आरोप का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सभी भारतीय उनके अपने लोग हैं। सुषमा पर एक टि्वटर यूजर ने आरोप लगाया था कि वह मुस्लिम वीजा मुहैया कराने में पक्षपात करती हैं। यूजर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह ट्वीट कर सुषमा पर आरोप लगाया था। हिंदू जागरण संस्था की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा था, ”मोदी जी, आपकी सुषमा केवल मुस्लिम वीजा पर ही ध्यान देती हैं। लेकिन हिंदुओं को भारत का वीजा लेने के लिए परेशानी झेलनी पड़ती है। काफी परेशानी है।” यह ट्वीट 20 जनवरी को सुबह किया गया था। सुषमा की ओर से देर रात को इसका जवाब दिया गया।
उन्होंने लिखा, ”भारत मेरा देश है। भारतीय मेरे लोग हैं। मेरे लिए जाति, राज्य, भाषा या धर्म मायने नहीं रखते।” उनके इस जवाब पर टि्वटर यूजर्स ने समर्थन दिया। बॉलीवुड सिंगर और म्यूजिशियन विशाल ददलानी ने भी विदेश मंत्री के काम की तारीफ की। उन्होंने लिखा, ” सुषमा स्वराज मैम, आपकी हमारी स्टार हैं। आशा करते हैं सरकार में आप जैसे काफी लोग होते। आपने जो कहा उसके लिए प्रेम और आदर। स्वस्थ रहिए और धन्यवाद।”
सुषमा अकसर टि्वटर पर जरुरतमंद लोगों की मदद कर खबरों में रहती हैं। इस महीने की शुरुआत में उन्होंने भारतीय तिरंगे वाले डोरमैट बेचे जाने पर अमेजन के अधिकारियों को फटकार लगाई थी। इसके बाद अमेजन ने माफी मांगी थी और ऐसे डोरमैट वापस ले लिए थे। वहीं एक अन्य मामले में उन्होंने रेलवे में कार्यरत अपनी पत्नी के ट्रांसफर के सिलसिले में ट्वीट करने वाले शख्स को फटकार लगाई थी। उन्होंने कहा था कि अगर वे उनके डिपार्टमेंट में काम कर रहे होते तो अब तक उन्हें सस्पेंड कर देती। हालांकि बाद में उन्होंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को इस बारे में जानकारी दी थी।
10. बॉम्बे हाईकोर्ट का बड़ा फैसला- ‘बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप पर पढ़ी-लिखी लड़कियां न रोएं रेप का रोना’
रेप के एक मामले पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा कि शादी के लिए किए गए वादे को बलात्कार के हर मामले में प्रलोभन नहीं माना जा सकता। बंबई हाई कोर्ट ने यह फैसला 21 साल के लड़के के प्री-अरेस्ट बेल (गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत) पर सुनवाई करते हुए दिया। लड़की ने बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप होने के बाद लड़के के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराई थी। जस्टिस मृदुला भटकर ने कहा कि एक पढ़ी-लिखी (शिक्षित) लड़की जो कि शादी से पहले यौन संबंध बनाती है, उसे अपने फैसले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई धोखा देकर सहमति प्राप्त करता है, तो उसे प्रलोभन का एक हिस्सा माना जाता है। प्रथम दृष्टया यह मानने के लिए कुछ सबूत तो होने चाहिए कि लड़की को इस हद तक झांसा दिया गया है कि वह शारीरिक संबंध बनाने के लिए राजी हो गई। जस्टिस भटकर ने कहा कि इस तरह के मामलों में शादी के वादे को प्रलोभन नहीं माना जा सकता।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक हाई कोर्ट ने कहा कि हालांकि समाज बदल रहा है, फिर भी उस पर नैतिका भारी है। यह नैतिकता के तहत है कि शादी के समय तक वर्जिन रहना महिला की जिम्मेदारी है। हालांकि, आज की यंग जेनरेशन एक-दूसरे से कई तरह से इंट्रेक्ट होती है और उन्हें सेक्सुअल एक्टिविटीज के बारे में अच्छे से जानकारी होती है। समाज उदार होने की कोशिश कर रहा है लेकिन जब शादी से पहले सेक्स का सवाल आता है तो नैतिकता के विभिन्न धाराणओं में निंदा की बात है। ऐसी परिस्थितियों जब एक महिला किसी लड़के के प्यार में होती है तो वह भूल जाती है सेक्स करने में उसकी मर्जी भी शामिल थी, लेकिन बाद में वह अपने फैसले के जिम्मेदारी लेने से पीछे हटने लगती है।
कोर्ट ने इस ओर भी ध्यान दिलाया है कि आज कल संबंध खत्म होने के बाद रेप के आरोप लगाने का ट्रेंड बढ़ रहा है। ऐसे में कोर्ट को निष्पक्ष नजरिए से मामले को सुनना होता है, क्योंकि उसमें आरोपी का अधिकार और जीवन भी शामिल है और पीड़ित लड़की का दर्द भी शामिल है। कोर्ट ने अपने पिछले आदेश का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि अगर महिला व्यस्क और शिक्षित है तो उसे शादी से पहले संबंध बनाने का अंजाम पता होना चाहिए।
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