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25 नवम्बर का इतिहास

♓🅰♉🚩🅾♏ *भारतीय एवं विश्व इतिहास में 25 नवंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ।* ☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆ 1667 - रूस के उत्तरी कॉकसस क्षेत्र के सेमाखा में ...

Monday, 2 January 2017

इतिहास के पन्नों में दर्ज 02 जनवरी की महत्वपूर्ण पंक्तियाँ ।


♓🅰♉🚩🅾♏
इतिहास के पन्नों में दर्ज 2 जनवरी की  महत्त्वपूर्ण घटनाओं से सम्बंधित कुछ पंक्तियाँ।
28 दिसंबर का इतिहास यहाँ देखें ।
1757: ब्रिटिश सैनिकों ने भारत के कलकत्ता (अब कोलकाता) पर कब्जा किया.
1839: फ्रांसीसी फोटोग्राफर लुई दागुएरे ने चांद की पहली फोटो प्रदर्शित की.
1843 -: डाक सेवा, नियमित रुप से आंरभ हुई और ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में पहली पत्रपेटिका लगाई गयी।

इस प्रकार पत्रों और दूसरी डाक सामग्री को लाने ले जाने के लिए विशेष संस्था अथवा विभाग की स्थापना से पहले डाक सामग्री घोड़े, ऊँट या नौका द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाई जाती थी। धीरे धीरे डाक सेवा की स्थिति अच्छी हुई और अंतत: यह वर्तमान स्थिति तक पहुँची।
1879 - आस्ट्रेलिया के फ्रेड स्पोफोर्थ मेलबर्न क्रिकेट मैदान में खेले गये टेस्ट मैच में हैट्रिक लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने।
1906 - विलिस कैरियर ने दुनिया के पहले एयर कंडीशनर के लिए अमेरिकी पेटेंट प्राप्त किया।
1913 - महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका के ट्रांसवाल में स्थित टालस्टाय फार्म को छोड़ा।
1933 - अमेरिकी सैनिकों ने निकारागुआ छोड़ा।
1942 - जापानी सैनिकों ने फिलीपींस के मनीला पर कब्जा किया।
1954-पद्म विभूषण पुरस्कार की स्थापना 2 जनवरी 1954 में की गयी थी।
भारत रत्‍न पुरस्कार 2 जनवरी 1954 को प्रारम्भ किया गया था।
1965 - अयूब खान पाकिस्तान के राष्ट्रपति चुने गये।
1973 - जनरल सैम एचएमजे मानिक शॉ फील्ड मार्शल बने।
1984 - ट्यूनिस में हुये दंगे में 100 से अधिक लोग मारे गये।
1989 - रणसिंधे प्रेमदास श्रीलंका के राष्ट्रपति बने।
1991 - केरल के तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा दिया गया।
1993-:बॉसनिया में शांति के लिए वार्ता।
इसी दिन साल 1993 में बॉसनिया के तीन अलग-अलग गुटों ने वहाँ नौ महीने से जारी लड़ाई को समाप्त करने और शांति स्थापित करने के मक़सद से बैठक की थी.

अप्रैल महीने में युद्ध छिड़ने के बाद ऐसा पहली बार हुआ था जब बॉसनिया के सर्ब,मुस्लिम और क्रोएट्स के नेताओं ने आमने-सामने बैठ कर बातचीत की थी.

जीनिवा में इस बैठक को संयुक्त राष्ट्र के दो विशेष राजदूतों सायरस वनस और लार्ड ओवन ने इन तीनों गुटों को एक बैठक करने को कहा था.

इन दोनों राजदूतों ने बॉसनिया को 10 स्वायत्त प्रांतों में बांटने और विकेंद्रीकृत सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया गया था.

इस प्रस्ताव में ये भी कहा गया था कि इस सरकार को तीन गुट मिल कर चलाएंगे.

ब्रिटेन में कर्मचारियों की हड़ताल
साल 1980 में इसी दिन ब्रिटिश स्टील कॉर्पोरेशन प्लांट में काम करने वाले कर्मचारियों ने पचास साल में पहली हार राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल की थी.

उन कर्मचारियों की मांग थी कि उनके वेतन में 20 प्रतिशत की वृद्धि की जाए.

प्रबंधन ने कड़ी शर्तों के साथ वेतन में छह प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव दिया था.

उन कर्मचारियों को ये भी डर था कि प्लांट की मुनाफ़े कमाने की लंबी योजना से कुछ प्लांट बंद हो जाएंगे जिससे हज़ारों की संख्या में नौकरियाँ जाएगी.
1995 - फिलीपींस के लुजोन में एक बस दुर्घटना में 29 लोग मारे गये।
1998-: नाइजर के प्रधान मंत्री हामा अमादाउ को गिरफ़तार कर लिया गया। उन पर राष्ट्रपति इब्राहीम बारे मआनस्सरा क हत्या के षड़यंत्र से जुड़े होने का आरोप था।
2001 - बांग्लादेश में 'फ़लवा' अवैध घोषित।
2002 - अर्जेन्टीना में 12 दिन में पांचवां राष्ट्रपति नियुक्त, देश दिवालिया घोषित, काठमाण्डू में दक्षेस विदेश मंत्रियों की बैठक प्रारम्भ, पाकिस्तान आतंकवादियों को सौंपने के लिए सशर्त तैयार।
2002-:सैन फ़्रांसिस्को में रहने वाली समन हसनैन वर्ष 2002 की मिसेज पाकिस्तान वर्ल्ड चुनी गईं।
2002-: चिली का दक्षिणी लाइमा ज्वालामुखी फटा।
2008-बलिया लोकसभा सीट पर हुए उप-चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी व पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर विजयी रहे।
2009- रिजर्ब बैंक ऑफ़ इंडिया ने बाज़ार में 20 करोड़ रुपये के राहत पैकेज देने का निर्णय लिया। भारत के सौरभ घोषाल स्कवैश रैकिंग में कैरियर की सर्वश्रेष्ठ रैकिंग हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बने।
2010-:सोमालियाई जलदस्युओं ने इटली के जेनओआ से सोमालिया होते हुए भारत के कांडला बंदरगाह आ रहे सिंगापुर ध्वजवाहक एम.वी. प्रमोनी नामक रसायनिक जलपोत का अपहरण कर लिया।
2010-:उत्तर प्रदेश में घने कोहरे के कारण पाँच ट्रेनों की दुर्घटना में 10 यात्रियों की मृत्यु हो गई और 40 घायल हो गए। इटावा के पास सराय भोपत स्टेशन पर दिल्ली की ओर आ रही लिच्छवी एक्सप्रेस ने मगध एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। कानपुर के पनकी से दो किलोमीटर की दूरी पर दिल्ली से जा रही प्रयागराज उसी ट्रैक पर खड़ी गोरखधाम एक्सप्रेस से टकरा गई। सरयू एक्सप्रेस एक ट्रॉली से टकरा गई।
2014 - महाराष्ट्र में पुणे जिले के मालशेज घाट में एक बस के पहाड़ी से गिरने से उसमें सवार 30 लोगों की मौत हो गयी।
                  :::::-- 2016--:::

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अनुराग ठाकुर को BCCI प्रेसिडेंट और अजय शिर्के को सेक्रेटरी की पोस्ट से हटा दिया। सुप्रीम कोर्ट ने माना कि उसके ऑर्डर के बाद भी बीसीसीआई में लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें लागू नहीं करने के लिए ये दोनों जिम्मेदार हैं। चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की अगुआई वाली बेंच ने अनुराग से पूछा कि आखिर उनके खिलाफ केस क्यों न चलाया जाएइस फैसले पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर अदालत को लगता है कि बोर्ड रिटायर्ड जजों के नेतृत्व में अच्छा काम करेगा तो मैं उन्हें ऑल द बेस्ट कहना चाहता हूं।

2. सपा में अपने तख्तापलट के बाद साइकिल के लिएEC के दफ्तर पहुंचे मुलायम

समाजवादी पार्टी में चल रहा विवाद अब इलेक्‍शन कमीशन (ईसी) तक पहुंच गया है। पार्टी सिंबल पर दावेदारी को लेकर सोमवार शाम मुलायम सिंह यादव दिल्ली में कमीशन के दफ्तर पहुंचे और साइकिल पर अपना हक जताया। अखिलेश गुट की तरफ से रामगोपाल यादव मंगलवार को कमीशन से मुलाकात करेंगे। मुलायम ने 5 जनवरी को होने वाले आपात अधिवेशन को रद्द कर दिया है। इससे पहले,मुलायम ने दिल्ली रवाना होने से पहले कहा कि साइकिल के चुनाव चिह्न पर हमारा हक है।
मुलायम जब ईसी के दफ्तर पहुंचे तो उनके साथ शिवपाल यादवअमर सिंह और जयाप्रदा भी थीं।
मुलायम ने ईसी के सामने पुरानी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का दावा किया और साइकिल सिंबल पर हक जताया।
मुलायम ने सोमवार को दिल्ली निकलने से पहले कहा- "मैं बीमार नहीं हूं। आप देखिएमैं ठीक हूं।"
- "मीडिया ने हमेशा मेरा साथ दिया है। मैंने कोई गलत काम और करप्शन नहीं किया है। इल्जाम लगा भी तो सुप्रीम कोर्ट ने मुझे बरी कर दिया।"
पार्टी सिंबल के विवाद पर कहा कि साइकिल तो मेरी ही है।

3. धर्म-जाति के नाम पर वोट नहीं मांग सकतेप्रचार में मजहब का इस्तेमाल गैरकानूनी : SC

सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व के मुद्दे पर दायर कई पिटीशन्स पर सुनवाई करते हुए कहा कि धर्मजाति और संप्रदाय के नाम पर नेता वोट नहीं मांग सकते। यह गैर कानूनी है। चुनाव एक सेक्युलर प्रॉसेस है और इसका पालन किया जाना चाहिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि इंसान और भगवान के बीच रिश्ता अपनी निजी पसंद का मामला है। सरकार को इससे खुद को अलग रखना चाहिए।
हिंदुत्व के मसले पर दायर याचिका पर चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की अगुआई में जस्टिस एमबी लोकुरजस्टिस एनएल रावजस्टिस एसए बोबड़ेजस्टिस यूयू ललितजस्टिस एके गोयल और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच सुनवाई कर रही थी।
चीफ जस्टिस समेत 4 जजों ने धर्मभाषासंप्रदाय और जाति के नाम पर वोट मांगने को करप्ट प्रैक्टिस माना।
चीफ जस्टिस टीएस ठाकुरजस्टिस मदन बी लोकुरएल नागेश्वर राव और एसए बोबड़े इस फैसले पर राजी थे। जबकि बेंच के 3 जज जस्टिस यूयू ललितजस्टिस आदर्श गोयल और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इसके विरोध में थे।

4. CBI ने सूरत में 12 और जयपुर में 1 जगह मारा छापा, 3 को किया अरेस्ट

सीबीआई ने सोमवार को सूरत में 12 जगहों पर और जयपुर में एक जगह छापा मारा। कार्रवाई सूरत के करोड़पति फाइनेंसर किशोर भजियावाला से जुड़े मामले में की गई। जांच एजेंसी ने 3 लोगों को अरेस्ट किया है। इनमें बैंक ऑफ इंडिया का एक मैनेजरकॉपरेटिव बैंक के एक ऑफिशियल के अलावा एक और शख्स शामिल है। तीनों नोटबंदी के बाद से गैरकानूनी काम में लिप्त थे। तीसरे शख्स ने नोटबंदी के बाद करीब 60 करोड़ रुपया बैंक में डिपॉजिट किया था। सीबीआई ने इस मामले में 2 केस दर्ज किए हैं।
सीबीआई ने ये छापे नोटबंदी के बाद करंसी नोट्स की अदला-बदला में धोखाधड़ी करने के मामले में मारे हैं।
छापे फाइनेंसर किशोर भजियावाला के घर और दफ्तरों पर मारे गए।
बता दें कि भजियावाला पर नोटबंदी के बाद 1 करोड़ रुपए की करंसी बदलने का आरोप है।

5. SP-BSP-Cong पर मोदी ने कहा- एक पार्टी को बेटे कीदूसरी को पैसों की चिंता और तीसरी अपने ही परिवार में उलझी

नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यहां रमाबाई अंबेडकर मैदान में बीजेपी की परिवर्तन रैली को संबोधित किया। पीएम ने कहा, "एक तरफ उत्तर प्रदेश की जनता परिवर्तन के लिए संकल्प कर चुकी है। कुछ दलों का तो उत्तर प्रदेश में पता ही नहीं है। एक दलअपने बेटे को प्रस्थापित करने के लिए पिछले 15साल से कोशिश कर रहा है। लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा। दूसरा दलपैसे बचाने में लगा हैं। तीसरा दलपरिवार का क्या होगाइसमें लगा है।" मोदी के अलावा बीजेपी चीफ अमित शाह और होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने भी रैली को संबोधित किया। बीजेपी ने कहा कि इस रैली में 10 लाख लोग शामिल हुए।
मोदी ने कहा, "जो हमारे साथ होंगेउनका भला हो। जो साथ नहीं होंगेउनका भी भला हो। ये हमारे लिए कुछ दिखाने का चुनाव है। उत्तर प्रदेश में भारी बहुमत के साथ सरकार बनाइए। ताकि प्रदेश के भाग्य को बदलने के लिए कोई रुकावट न आए। देखते ही देखते उत्तर प्रदेश बदल जाए।”
- “हम लोगों के सुख-चैन का वादा करते हैं। जब हमने कारोबारियों-गरीबों के लिए योजनाएं बनाईं तो उन्हें परेशानी हो गई। उनकी कुर्सियां हिल गईं। अब जमीन खोज रहे हैं।"
पीएम ने कहा, "मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई चलती रहेगी। लोगों का शोषण किया है। उसी को रोकने के लिए लड़ी छेड़ी है। मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। अब जनता को तय करना है जो पैसा बचाने में लगे हैंजो परिवार में लिपट गए हैंवो उत्तर प्रदेश को बचा पाएंगे क्या?

6. तृणमूल कांग्रेस का मुलायम प्रेम हुआ खत्मकहा - ‘लोकप्रिय नेता’ अखिलेश के साथ हम

अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का ‘‘सबसे लोकप्रिय नेता’’ करार देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने आज कहा कि समाजवादी पार्टी में चल रहे झगड़े में वह मुख्यमंत्री के साथ है. तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘अखिलेश उत्तर प्रदेश का सबसे लोकप्रिय नेता है. उसमें बहुत अपनापन है. उनके साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं.’’ उन्होंने कहा हालांकि यह सपा का आंतरिक मामला हैतृणमूल कांग्रेस अखिलेश के साथ है और उनका समर्थन करती रहेगी. समाजवादी पार्टी कल दो टुकड़ों में बंट गई. अखिलेश के नेतृत्व वाले धड़े ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनते हुए मुलायम सिंह यादव को संरक्षक का पद दे दिया. वहीं दूसरी ओर मुलायम ने इन सभी फैसलों को अवैध करार दिया.

7. नए साल के जश्न में बेंगलुरू के एमजी रोड पर महिलाओं से कथित तौर पर हुई छेड़खानीहाथापाई

बेंगलुरू के जाने-माने एमजी रोड पर नए साल की पूर्व संध्या के मौके पर कुछ पुरुषों ने महिलाओं के साथ कथित तौर पर छेड़खानी और हाथापाई कीजबकि पुलिस हज़ारों लोगों की भीड़ को काबू पाने में जुटी हुई थी. महिलाओं के लिए सुरक्षित शहर होने की साख रखने वाले बेंगलुरू के रहने वाले लोग उस समय सकते में आ गएजब 31 दिसंबर को'बैंगलौर मिररसमाचारपत्र के फोटो जर्नलिस्ट ने आरोप लगाया कि नए साल के जश्न के दौरान उन्होंने कई परेशानहाल महिलाओं को महिला पुलिसकर्मियों के पास पहुंचते और यह शिकायत करते देखा कि कुछ गुंडों ने उन्हें छेड़ा और उन पर भद्दी फब्तियां कसीं. समाचारपत्र में प्रकाशित तस्वीरों में महिलाओं को पुलिसकर्मियों से गुहार करते देखा जा सकता है. प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक,युवतियों को मदद के लिए पुलिस की ओर भागते देखा गया,जिनमें से कुछ ने तो अपने जूते (सैंडलें) हाथों में उठा रखे थे,ताकि वे अपने हमलावरों से बचकर तेज़ी से भाग सकें. रिपोर्ट में बताया गया कि कुछ महिलाएं रो भी रही थीं. बेंगलुरू पुलिस ने बताया है कि अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई हैलेकिन वे इस बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं कि उस रात क्या-क्या हुआ था.

8. 'किसी कंपनीहोटलरेस्तरां की सेवा पर सर्विस चार्ज देना या नहीं देना ग्राहकों की मर्जी'

आप किसी होटल या रेस्ट्रॉन्ट्स की सेवा लेते हैं तो यह आप पर निर्भर करता है कि आप सर्विस चार्ज दें या नहीं। केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने आज स्पष्ट किया कि कोई भी कंपनीहोटल या रेस्ट्रॉन्ट ग्राहकों से जबर्दस्ती सर्विस चार्ज नहीं वसूल सकता। कन्ज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री ने सभी राज्य सरकारों से कहा है कि वह कंपनियोंहोटलों और रेस्ट्रॉन्ट्स को इस बारे में सचेत कर दें। गौरतलब है कि यह प्रावधान पहले से ही था कि बिल में टैक्स के अलावा सर्विस चार्ज जुटा तो ग्राहक चाहें तो सर्विस चार्ज दें या नहींलेकिन होटलों और रेस्तारांओं ने सर्विस चार्ज देना भी जरूरी बना दिया था। मंत्रालय को उपभोक्ता की मर्जी के बिना सर्विस टैक्स वसूले जाने की शिकायतें मिलीं तो उसने स्पष्टीकरण जारी किया।

9. दंगल का असरहरियाणा के अखाड़ों को 100रेसलिंग मैट देगी राज्य सरकार

ऐक्टर आमिर खान की हालिया रिलीज फिल्म 'दंगलने न केवल बॉक्स ऑफिस पर बल्कि हरियाणा सरकार पर भी अपनी छाप छोड़ी है। इस फिल्म का प्रभाव कुछ ऐसा हुआ है कि हरियाणा सरकार ने कहा कि राज्य के अखाड़ों में पहलवानों के प्रशिक्षण के लिए 100 रेसलिंग मैट दिए जाएंगे। बता दें कि फिल्म हरियाणा के रेसलर महावीर सिंह फोगाट के जीवन पर आधारित है। महावीर ने गांव वालों के खिलाफ जाकर अपनी बेटियों गीता फोगाट और बबीता फोगाट को कुश्ती का प्रशिक्षण देना शुरू किया था। बेटियों की स्थानीय स्पर्धा में जीत के बाद लोग उनका साथ देना शुरू करते हैं। इसके बाद गीता और बबीता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाती हैं। फिल्म महावीर और मेडल जीतने के लिए उनकी दोनों बेटियों के संघर्ष को दिखाती है।

10. शशिकला ग्रहण करें मुख्यमंत्री का पदभारः एम थंबीदुरई

AIADMK के वरिष्ठ नेता और लोकसभा के उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई ने सोमवार को पार्टी महासचिव वीके शशिकला से राज्य की मुख्यमंत्री का पदभार संभालने का आग्रह किया। जयललिता की बेहद करीब रहीं शशिकला ने शनिवार को ही पार्टी के महासचिव का पद ग्रहण किया है। दुरई ने कहा, 'इतिहास गवाह है कि जब किसी पार्टी का नेतृत्व और सरकार का नेतृत्व दो अलग-अलग लोगों के हाथों में रहा, तो ऐसी सरकारों के रास्तें में कई रुकावटें आईं और वह अपने वादे पूरे करने में नाकाम रहीं। ऐसी सरकारों ने जनता का विश्वास खो दिया। मैं बेहद विनम्र तरीके से चिनम्मा से राज्य की मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने की अपील करता हूं।'उन्होंने कहा कि भारत की जनता उस स्थिति को स्वीकार नहीं कर पाती, जहां पार्टी नेतृत्व और सरकार का नेतृत्व दो अलग-अलग लोगों के हाथों में हो। जनता मानती है कि सरकार अपने चुनावी वादों को निभाने पर तभी ध्यान देती है,जब पार्टी और सरकार दोनों एक ही व्यक्ति के हाथों में हो।
31 दिसंबर का इतिहास यहाँ देखें ।
2 जनवरी को जन्मे व्यक्ति====-

1878 - मन्नत्तु पद्मनाभन - केरल के प्रसिद्ध समाज सुधारक
1905- जैनेन्द्र कुमार- हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक कथाकार और उपन्यासकार।
1906 - डी. एन. खुरोदे - प्रसिद्ध भारतीय उद्यमी थे, जिनका भारत के दुग्ध उद्योग में योगदान।
1925-: कॉंगो की स्वतंत्रता के संस्थापक पेट्रिस लोमोम्बा का जन्म हुआ। लोमोम्बा ने अफ़्रीक़ा महाद्वीप के स्वाधीनता अभियान के दौरान अपने देश कॉंगो को बेल्जियम के अधिकार से निकालकर स्वतंत्र देश बनाने में मुख्य भूमिका निभाई। सन 1960 ईसवी में कॉंगो में लोकतांत्रिक व्यवस्था की स्थापना होने के बाद लोमोम्बा ने कॉंगों के प्रधान मंत्री और रक्षा मंत्री का पद संभाला। किंतु इसके कुछ ही समय बाद इस देश के कुछ सैनिकों ने पश्चिमी देशों विशेषकर अमरीका के बहकावे में आकर विद्रोह कर दिया और कॉंगो के राज्य कटांगा को एक स्वाधीन देश घोषित किया। इस विद्रोह के बाद बहुत से राजनैतिक परिवर्तन हुए और सैनिकों ने लोमोम्बा को नज़रबंद कर दिया अंतत: 1961 में कॉंगो के इस स्वतंत्रता संग्रामी को, अमरीका और बेल्जियम के पिटठुओं द्वारा यातनाएं दिए जाने के बाद, मार डाला गया। लोमोम्बा की हत्या का समाचार सुनकर कोंगो गणराज्य और अफ़्रीक़ा महाद्वीप के दूसरे देशों की जनता ने कड़ी आपत्ति जताई। उल्लेखनीय है कि लोमोम्बा ने कई पुस्तकें लिखीं। उनमें सबसे प्रसिद्ध पुस्तक के नाम का अनुवाद है मेरा देश कॉंगो।
1940 - एस. आर. श्रीनिवास वर्द्धन- भारतीय अमरीकी गणितज्ञ।
1970 - बुला चौधरी - प्रसिद्ध तैराक।

2 जनवरी को हुए निधन=====---
1920-: इज़ेक आसीमोफ़ नामक रुसी लेखक व रसायन शास्त्री का जन्म हुआ। आसीमोफ़ को आरंभ से ही रसायन शास्त्र से बहुत लगाव था और उन्होंने इस विषय में पी एच डी की डिग्री प्राप्त की। आसीमोफ़ ने रसायनशास्त्र के अतिरिक्त दूसरे विषयों का गहरा अध्ययन किया। दूसरे वैज्ञानिकों की तुलाना में उन्हें यह विशेषता प्राप्त थी कि वे विज्ञान संबंधी जटिल बातों को भी आसान शब्दों में बड़ी सरलता से वर्णित कर देते थे। इस प्रकार आम लोग विशेषकर युवा और भी उनकी बातों को सरलता से समझ लेते। आसीमोफ़ ने विज्ञान, गणित और दूसरे विषयों में लगभग 270 पुस्तकें लिखीं। सन 1992 में उनका निधन हुआ।
1950 - डॉ. राधाबाई - प्रसिद्ध महिला स्वतंत्रता सेनानी तथा समाज सुधारका।
1987 - हरे कृष्ण मेहताब - 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' के प्रमुख नेता तथा आधुनिक उड़ीसा के निर्माताओं में से एक।
1989 - सफ़दर हाशमी - प्रसिद्ध मार्क्सवादी नाटककार, कलाकार, निर्देशक एवं गीतकार। लोकप्रिय नाट्यकर्मी सफदर हाशमी को एक नाटक के दौरान असामाजिक तत्वों ने बड़ी बेहरमी से पीटा इसी कारण उनकी मौत 2 जनवरी को हो गई.
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      जिस आम आदमी का सपना आज की दिल्ली में पूरा हुआ दिखता है, 1989 में आज ही के दिन उसी दिल्ली के आम आदमी का सपना क्रूरता से कुचल दिया गया था. नाम है, सफदर हाशमी.


अद्भुत कलाकार, शानदार इंसान और समाज के दंभ पर हल्ला बोलने की ताकत रखने वाले हाशमी को एक राजनीतिक पार्टी के समर्थकों ने 1989 के नए साल के मौके पर बड़ी बेरहमी से पीटा. एक जनवरी को दिल्ली के पास हुई घटना में हाशमी को इतनी चोट आई कि उनका शरीर बर्दाश्त नहीं कर पाया और अगले दिन यानी दो जनवरी, 1989 को उन्होंने दम तोड़ दिया पर हाशमी की सोच आज भी जिंदा है.

दिल्ली में ही पैदा हुए हाशमी तब सिर्फ 34 साल के थे. बला के क्रांतिकारी और हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल. समाज में घुले अपराधों और भ्रष्टाचार के खिलाफ जिस तरह उनकी आवाज गूंजती, वैसे ही जन नाट्य मंच के थियेटर शो भी. उन्होंने 19 साल में यह ग्रुप बना डाला और 1976 में सीपीएम में शामिल हो गए.

सफदर हाशमी की याद------

दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इंग्लिश में एमए करने के बाद हाशमी ने कहीं पैसे वाली नौकरी करने से ज्यादा समाज की बुराइयों पर तंज करने का फैसला किया. थियेटर के अलावा उन्होंने कविताएं भी लिखीं और स्केच भी बनाए.

वह अपने नाटकों में उसी आम आदमी का जिक्र करते थे, जिनका नाम अब आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल लिया करते हैं. आम आदमी के दर्द को हाशमी के थियेटरों में जिस बेचैनी से उठाया जाता, लोग मंत्रमुग्ध हो जाते. सफेद टोपी लगाए, बगल में रूल दबाए सफदर हाशमी की एक तस्वीर आज भी जेहन में कौंधती रहती है. यह उनका करिश्माई अंदाज ही था कि न सिर्फ उनके नाटकों को चाहने वाले, बल्कि उनसे एक बार भी मुलाकात करने वालों के लिए सफदर दिल में बस जाते.

औरत, गांव से शहर तक, राजा का बाजा होते हुए जब उनके थियेटर का सफर नुक्कड़ नाटक हल्ला बोल पर पहुंचा, तो सफदर ने इसे गाजियाबाद नगर निगम चुनाव के वक्त प्रस्तुत करने का फैसला किया. 1 जनवरी, 1989 को वह इसे साहिबाबाद के झंडापुर गांव में जब पेश कर रहे थे, तभी एक राजनीतिक दल के समर्थकों ने उन पर हमला बोल दिया. नुक्कड़ नाटक अधूरा छूट गया. सफदर बुरी तरह घायल हुए और अगले दिन दो जनवरी, 1989 को उन्होंने दम तोड़ दिया.

सफदर की पत्नी मालाश्री हाशमी ने उनकी मौत के दो दिन बाद चार जनवरी को फिर झंडापुर गांव का रुख किया और तीन दिन पहले के अधूरे नुक्कड़ नाटक को पूरा किया.
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2010 - राजेन्द्र शाह- गुजराती साहित्यकार।
2011- बली राम भगत, प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष।
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बली राम भगत का जन्म 7 अक्टूबर, 1922 को हुआ था। ये प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, संसदीय व्यवस्था के गहन अनुभवी तथा संसदीय प्रक्रियाओं तथा कार्यसंचालन नियमों के अच्छे ज्ञाता थे। इन्हें जब 15 जनवरी, 1976 में पांचवीं लोकसभा के लोकसभा अध्यक्ष निर्वाचित किया गया, तब सभा का निर्धारित कार्यकाल समाप्त होने को था।

भगत में अध्यक्ष पद के लिए अपेक्षित सभी योग्यताएं विद्यमान थीं। वे स्पष्टवादी, ईमानदार, दृढ़ और निष्पक्ष व्यक्ति थे। सभा तथा उसकी परम्पराओं में उनकी गहरी श्रद्धा थी। स्वतंत्रता के पश्चात् लोक सभा अध्यक्ष के रूप में भगत का चौदह मास से भी कम अवधि का कार्यकाल सबसे छोटा कार्यकाल था किन्तु इस संक्षिप्त अवधि में उन्होंने सदन की कार्यवाही पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। अध्यक्ष पद पर रहने के बाद राज्यपाल के रूप में उन्होंने जिस प्रकार कार्य किया, उससे यह सिद्ध हो गया कि वे सहज रूप से एक योग्य और प्रतिभा सम्पन्न व्यक्ति हैं। विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उन्होंने अपनी योग्यता का परिचय दिया। इनकी मृत्यु  2 जनवरी, 2011 को हुई।
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2014 - अन्नाराम सुदामा, राजस्थानी भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार।
01 जनवरी का इतिहास यहाँ पढ़ें ।

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